राष्ट्रीय आंदोलन फ्रंट अपने महान विचारक और पथ-प्रदर्शक को उनकी पहली पुण्यतिथि पर नमन करता है. उनकी तकरीबन आधी सदी की अकादमिक मेहनत का नतीज़ा है कि आज़ादी की लड़ाई को इतनी समग्रता के साथ समझा जा सका. फ्रंट के लिए इससे ज्यादा उत्साहवर्धक बात और क्या हो सकती है कि कल हमारे मार्गदर्शक प्रो० आदित्य मुख़र्जी ने कहा कि "अगर आज बिपन जीवित होते तो फ्रंट की स्थापना से बहुत खुद होते क्योंकि वो खुद हमेशा इसी तरह से काम किये जाने के हिमायती थे".
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स्वाधीनता आंदोलन की दीर्घकालिक रणनीति
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